जिस पथ पर मुझे मेरे अपने मिले,
जिस पथ पर मेरे कुछ सपने पले,
जिस पथ पर मुझे माँ तात मिले,
जिस पथ पर अहसासों को इज़हार मिले,
जिस पथ पर शिक्षा को संस्कार मिले,
जिस पथ पर मन के विकार धुले,
जिस पथ पर गिले शिकवे दूर हुए,
जिस पथ पर आशा के पुष्प खिले,
जिस पथ ने मुझे कुछ मेरे मित्र दिए,
जिस पथ पर मुझे मिला हमराही,
जिस पथ पर करी मैंने दिल की चाही,
जिस पथ पर ज़िन्दगी ने पाठ पढ़ाये,
जिस पथ पर हिवड़े को उदगार मिले,
नववर्ष पर इस पथ के लिए यही कहती हूँ
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