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काल के कपाल पर poem by snehpremchand

काल के कपाल पर,हंसती गाती ज़िन्दगी का चित्र बनाना है।
मौत के मुख से ज़िन्दगी को, अवश्य ही खींच कर लाना है।।
दर्द उधारे लेने हैं हमको,जग कल्याण की अखण्ड ज्योत में सवः कल्याण का दीप जलाना है
सुरक्षा की खिड़की से संयम की धूप को,हर आँगन,हर घर द्वार में लाना है।।
कोरोना को हराना है,इन सात बातों को अपनाना है।।
सबसे पहली बात खास ये,रखना है घर के बड़े बुजुर्गों का ध्यान।
कभी न निकले ये जेहन से हमारे,हमारे अस्तित्व की इनसे पहचान।।
तेरी मेरी बात नही,हम सब को ही ये प्रथम सूत्र अपनाना है।
कोरोना को हराना है,सात बातों को दिल से अपनाना है।।
खौफज़दा है जो हर इंसा, उसे बेखौफ बनाना है।।
आफ़ताब से चमकें प्रयास हमारे,विश्व शांति को हमे लाना है।।
दूसरी खास बात है ये,लॉक डाउन में कतई न लांघें सामाजिक दूरी की लक्ष्मण रेखा।
अनिवार्य रूप से पहनें घरनिर्मित ही फेस मास्क,
है यही सुरक्षित भविष्य की रूप रेखा।
बार बार कर रहे हैं इसरार, इसे दिल मे अपने बिठाना है।।
अपनी इस अहसास--ज़िम्मेदारी को हमें भूल नहीं जाना है।।
तेरी मेरी बात नहीं, ये दूसरा सूत्र सबको अपनाना है।।
कोरोना को हराना है,इन सात बातों को तहे दिल से अपनाना है।।
हमारी फेरहिस्त में सबसे ऊपर बस एक यही तराना है।।
तपस्या की कढ़ाई में त्याग का साग बनाना है।।
तीसरी खास बात है आयुष मंत्रालय द्वारा दिये निर्देशों का कर पालन,
हम सब  को  अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाना है।
गर्म पानी और गाढ़े का सेवन अपने भोजन का हिस्सा बनाना है।।
तेरी मेरी बात नही,सबको ये तीसरा सूत्र सबको समझाना है।
काल के कपाल पर हँसती गाती ज़िन्दगी का चित्र बनाना है।।
कोरोना को हराना है,इन सात बातों को अपनाना है।।
चौथे,कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने हेतु आरोग्य सेतु एप को अपने मोबाइल में और दूसरों के में भी डाऊनलोड कराना है
तेरी मेरी बात नही,सबको ये चौथा सूत्र समझाना है।
कोरोना को हराना है,इन सात बातों को अपनाना है।।
पांचवें यथासंभव गरीब परिवारों की करनी है देखभाल।
दवा,पानी,भोजन दे कर,करनी है उनकी संभाल।।
तेरी मेरी बात नहीं,सबको ये पांचवां सूत्र समझाना है।
काल के कपाल पर हँसती गाती ज़िन्दगी का चित्र बनाना है।।
छठे,अपने उद्योग में अपने सहकर्मियों के प्रति संवेदना न छोड़ें।
निकालें किसी को नौकरी से,हमदर्दी का नाता न तोड़ें।।
तेरी मेरी बात नही हम सब को कथनी को करनी बनाना है।
काल के कपाल पर हँसती गाती ज़िन्दगी का चित्र बनाना है।।
सातवें,वतन के कोरोना योद्धाओं का करना है सम्मान।
डॉक्टर,नर्सेस,सफाईकर्मी,पुलिसकर्मियों के,
सबसे ऊपर आते है नाम।
और अधिक तो क्या कहना,इतना समझ लो,
धरा पर हैं ये भगवान
तेरी मेरी बात नही,सबको अहसास करवाना है।
काल के कपाल पर हँसती गाती ज़िन्दगी का चित्र बनाना है।
कोरोना को हराना है,इन सात बातों को तहे दिल से अपनाना है।।
एक परिकल्पना जो की है नेतृत्व ने हमारे,उसे पूरी प्रतिबद्धता से प्रयास सहित करना और करवाना है।।
               स्नेहप्रेमचंद

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