माँ सुन लेती है सबकी,
बिन कहे ही मन की लेती है जान।
न कोई था,न कोई है,न कोई होगा माँ से बढ़ कर कभी महान।।
मानो चाहे या न मानो,
माँ कुदरत का सर्वोत्तम वरदान।।
एक अक्षर के छोटे से शब्द में
सिमटा हुआ है पूरा जहान।।
मां तो है वो संजीवनी बूटी,
देती है जो जीवन दान।।
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