प्रेम परिचय
सुन नफरत की ओछी बातें, प्रेम भी मन्द मन्द मुस्काया।
देकर अपना सच्चा परिचय,नफरत को प्रेम का पाठ पढ़ाया।।
प्रेम है हर रिश्ते का आधार।
है प्रेम तो है जीवन से प्यार।।
प्रेम है तो फिर सब अपने पास है।
प्रेम तो एक मीठा सा अहसास है।।
प्रेम तो ऐसा साबुन है बहना,
जो मन के धो डालता है सारे विकार।
तुम भी गर नहा लो इस साबुन से बहना,
हो जाएं सुंदर तोरे दीदार।।
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