जन्मदिन पर जन्म देने वाले मात पिता का याद आना भी है बहुत ज़रूरी।
जग में इनसे अधिक निस्वार्थ कोई प्रेम कर ही नहीं सकता,आती नहीं इन नातों में कभी भी दूरी।।
मात पिता हैं जब तक जग में,
हर भोर उजली है,है हर सांझ सिंदूरी।।
हमे हम से अधिक जानने वाले,
जिंदगी का परिचय अनुभूतियों से कराने वाले,
हमारे,कल,आज और आने वाले कल
को बेहतर बनाने वाले,
हमारे ख्वाबों को पूरा करने के लिए अपनी जरूरतों को भी भुलाने वाले,
जिंदगी के रंगमंच से बेशक एक दिन चले जाते हैं,पर जेहन से ताउम्र नहीं जाते।।
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