अजीत ने जीत ही लिया किला पदोन्नति का,पोस्टिंग में भी नहीं मानी हार।
हिसार का चाणक्य चला बरवाला की ओर,पर सदा किया कर्म का सच्चा श्रृंगार।।
उम्र के हर मोड़ पर बने रहे जिज्ञासु,
माथे पर कभी शिकन को नहीं किया शुमार।
त्वरितसेवा,सहयोग,और टीम वर्क की
करते रहे बौछार।
अजीत ने जीत ही लिया किला पदोन्नति का,पोस्टिंग में भी नहीं मानी हार।।
हिसार के चाचा चौधरी चले बरवाला की ओर, कर्म का सदा किया श्रृंगार।।
मात्र विभाग के ही नहीं,पूरे कार्यालय के रहे चहेते,हंसमुख सा रहा इनका व्यवहार।
चाय पीने का तो होगा रिकॉर्ड इनका,
हर सीट पर संभाला उम्दा कार्यभार।।
आमोद प्रमोद भी किया पूरा,
पर काम को नहीं किया कभी दर किनार।।
आप स्वस्थ रहे,खुश रहे,भरा पूरा रहे आपका परिवार।
खुशी भी है,पर नयन नम भी हैं,
आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रही पूरी शाखा हिसार।।
बिन लाग लपेट के रहा सदा सरल सादा व्यवहार।
सौ बात की एक बात है सादा जीवन उच्च विचार।।
ओ जाने वाले हो सके तो लौट कर आना,इंतजार करेगा sda aapka ye hisar
Comments
Post a Comment