गया 2021,कुछ खट्टी,कुछ मीठी यादें दामन में समेटे,दस्तक दे रहा है नया साल,आओ करें स्वागत नये साल का,जाने एक दूजे का हाल,कोई गया बहुत ही अपना,कोई आया बहुत ही अपना,आने जाने का खेल है ऊपरवाले का कमाल,हर हाल में हमको चलते जाना है,हो चाहे खुशियाँ, या हों चाहे मलाल।एक गुजारिश है ईश्वर से फिर न आए कभी ऐसा साल
अपनो से अपने ले गया,जाने कितने ही सपने ले गया, माओ ने खोए अपने ही लाल।।
Comments
Post a Comment