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हिंदी दिवस विशेष (अति सरल सहज सीधा सा हिंदी का विज्ञान विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा)

*अति सरल,सहज सीधा सा
 हिंदी का विज्ञान*
दस्तक दिल पर,दिमाग में बसेरा,
जेहन में, इसके चित के निशान।।

*हिंदी माथे की बिंदी*
 है,हिंदी से हमारी पहचान।
 सरल सरल सहज बोधगम्य हिंदी, *हो हिंदी पर हमको अभिमान**

*साहित्य का आदित्य है हिंदी* 
*हिंदी आर्यव्रत का अभिमान* 
और परिचय क्या दूं हिंदी का??
 हिंदी राष्ट्र का गौरव ज्ञान।।

*अनुराग की मधुर परिपाटी है हिंदी*

*सहजता की सौंधी सी माटी है हिंदी*

*ह्रदय तल की गहरी गहराई है हिंदी* 

*सत्यम शिवम सुंदरम की शहनाई है हिंदी*

* साहित्य जगत की अरुणिम आभा है हिंदी*

 *हिंदी विचारों का आफताब*

 *हिंदी जिंदगी की सुंदर किताब*

* हिंदी चंद्रमा की छिटकी ज्योत्सना* 

 *हिंदी ध्रुव तारे की स्वर्णिमआभा* 

 *हिंदी भक्ति भाव की जैसे परिभाषा* 
 
*हिंदी आत्मा हिंदुस्तान की*

*उद्गारों की सुंदर आशा है हिंदी* 

*कबीर सूर की भाव अभि व्यक्ति है हिंदी*

*हिंदी प्रसाद की कामायनी*

*हिंदी मानस की चौपाई*

 *अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है
हिंदी*

 *जिंदगी की मधुर सी  शहनाई हिंदी*

 *हिंदी इजहार के गले का हार*

*है हिंदी भावों का सच्चा श्रृंगार*
 
*है हिंदी सुमन में पराग*
 
*संगीत में राग है हिंदी*

*कान्हा के अधरों की मुरलिया है हिंदी*

 *मानस के राम की मर्यादा है हिंदी*
 
*गीता के माधव का ज्ञान है हिंदी*

*पार्थ के धनुष का कौशल है हिंदी*

 *हिंदी आजादी का मधुर सा गान*
 
और परिचय क्या दूं तेरा ????
आर्यव्रत का तू अभिमान।।
 

*क्रांति का वतन  में आह्वान है हिंदी* 

*गीत संगीत नाटक कला की आत्मा है हिंदी*

* शिक्षा और संस्कार है हिंदी*
 
*कीचड़ में खिला जल जात है हिंदी* 

*गंगा की पावनता हिंदी*

 *अमलतास के स्वर्णिम आभा हिंदी*

*मुंशी प्रेमचंद का अनूठा साहित्य है हिंदी*

*उपन्यास कहानी नाटक समीक्षा लेख संस्मरण है हिंदी*
 
*कबीर के अमर दोहे है हिंदी*

 *निराला की अनामिका, परिमल,गीतिका, है हिंदी*
 
*फणीश्वर नाथ रेणु का *मैल आंचल* है हिंदी*
 
*महादेवी वर्मा की संवेदना का बहाव है हिंदी*
 *वेदना और करुणा की धारा है हिंदी*
 
अमृता के ज्ञान का महासागर, प्रेम का समुंदर मंथन है हिंदी* 

*भारतेंदु का श्रृंगार रस भक्ति रस राष्ट्रप्रेम है हिंदी*
 
*हरिवंश राय की कालजई रचना मधुशाला है हिंदी*
 
*वात्सायन का *दीप अकेला* है हिंदी मनोविज्ञान का सच्चा ज्ञान है हिंदी 

*अनंत है हिंदी शब्दों का भंडार*
 *अनंत है इसका गहन विस्तार*

*अति सरल,सहज सीधा सा 
हिंदी का विज्ञान 
दस्तक दिल पर, दिमाग में बसेरा, जेहन में,इसके चित के निशान**

*स्वतंत्र भारत की हिंदी गौरवशाली पहचान*
*हमारे जीवन मूल्यों,संस्कृति और संस्कारों की सच्ची संवाहक,संप्रेष्क और परिचायक हिंदी,
 जैसे तन में जान*

संघ की भाषा के रूप में सर्व स्वीकृत हिंदी वतन की शान।

जग में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में है इसका चौथा स्थान।।

*मूल्यों का निर्माण भरोसे का पालन* करने हेतु करें प्रयोग हिंदी का अधिक, और दें अपना पूर्ण योगदान
आजादी का अमृत महोत्सव बना रहे हम,75 बरस की आजादी से हुए धनवान।
स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र की संस्कृति के मुख्य घटकों में भाषा के महत्व से नहीं अनजान।।

 *हमारी एकता और अखंडता की हिंदी है पहचान*
  *हम हिंदुस्तानी और हिंदी है हमारी जुबान*
 *ग्रामीण परिवेश की सादगी है हिंदी वतन की माटी की सौंधी सौंधी सी महक है हिंदी*
 *हिंदी भाषी हम, हमें हिंद पर नाज है*
*हिंदी ही हमारा कल और आज है* हिंदी सब भाषाओं के सर का ताज है* 
*हिंदी हर आवाज का मधुर सा साज है*

संस्कृत से है संस्कृति हमारी
 हिंदी से असली है हिंदुस्तान।
और परिचय क्या दूं तेरा
 आर्यव्रत का तू अभिमान।।

 अंग्रेजी में तो शब्द भी खामोश हो जाते हैं और हिंदी में तो बिंदी भी बोलने लगती है।।
देश के संविधान की,
 राष्ट्र के उत्थान की,
साहित्य के रसपान की,
वतन के निर्माण की,
आन बान और शान है हिंदी।।

हिंदी बोलो तो लोग समझते हैं हमें गवार। 
यह तो अपनेपन की गहरी भाषा है प्रेम ही इस भाषा का है आधार आधार।।

आधार मजबूत हो तो प्रभावी हो जाता है हर अनुष्ठान।
अति सरल,सहज,सीधा सा हिंदी का विज्ञान।।

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