**जीवन बीमा व्यवसाय वृद्धि में डिजिटल माध्यमों का योगदान**
जीवन बीमा व्यवसाय वृद्धि में अद्भुत,अभूतपूर्व,सराहनीय और विश्वसनीय है डिजिटल माध्यमों का योगदान।
त्वरित और त्रुटिरहित सेवा अब मिलती है ग्राहक को,
हर समस्या का शीघ्र ही मिल जाता है समाधान।।
*नया परिवेश है नया है दृष्टिकोण*
मिले ग्राहक को बेहतरीन सेवा संग मधुर मुस्कान।।
महीनों में होने वाला काम इन डिजिटल माध्यमों से कुछ क्षणों में ही घर बैठे बैठे ही होने लगा है।कार्यालय जाने की परेशानी से छुटकारा मिलता है और समय की बचत होती है।जीवन बीमा के विभिन्न उत्पादों की समग्र जानकारी ग्राहक घर बैठे बैठे ही गुगल पर पढ़ सकता है
तुलनात्मक अध्ययन कर श्रेष्ठ उत्पाद अपने बजट अनुसार खरीद सकता है।।
फ्रंट एंड एप्लिकेशन पैकेज लागू करके वाइड एरिया नेटवर्क द्वारा निगम की सभी 2048 शाखाओं तथा 1570 उपग्रह कार्यालयों को एक साथ जोड़ दिया गया है।।
कितनी बड़ी डिजिटल उपलब्धि,कितने अधिक सार्थक प्रयास।।
निगम की वेबसाइट जिसमे कोई भी ग्राहक निगम के किसी भी उत्पाद संबंधित नियम,फार्म या प्रपत्र,निगम के कार्यालयों के पते, ई मेल आईडी,दूरभाष नंबर आदि सब देख सकते हैं।कार्य की पारदर्शिता,निष्पादन और सही कार्य करने की संभावना और भी प्रबल हो जाती है इन डिजिटल माध्यमों से।इस सफर की मंजिल निश्चित रूप से व्यवसाय की बढ़ोतरी की ओर जाती है।।
**नवीनीकरण द्वारा परिवर्तनशील दृष्टिकोण अपना कर,
किया निगम ने सदा ही जनकल्याण।
आधुनिक डिजिटल माध्यम की प्रमुख भूमिका है इसमें,नई तकनीक अपना कर आए समझ इसका विज्ञान**
*सेवा संग मुस्कान*
यही निगम की सच्ची पहचान
*समाधान हेतु आगमन
संतुष्टि सहित प्रस्थान*
बेहतर सेवा से होगा बेहतरीन बीमा
होगा शीर्ष पर फिर वित्तीय संस्थान।
*सर्वोपरि है ग्राहक हमारा*
हो उसकी हर सुविधा और जरूरत की हमे पहचान।।
भरोसे का फिर होगा पालन और होगा निश्चित ही मूल्यों का निर्माण।।
ये डिजिटल एप अपनाकर ग्राहक को सुविधा भी होती है,समय की भी बचत होती है। पे टी एम,गुगल पे* *फोन पे* से घर बैठे ही प्रीमियम भर सकता है।।
सौ बात की एक बात है ग्राहक को जितनी सुविधा और त्रुटिरहित सेवा मिलेगी उतना ही ग्राहक संतुष्ट होगा,जितना ग्राहक संतुष्ट होगा उतना ही बीमा व्यवसाय में वृद्धि होने के चांस होंगे।।
*एल आई सी पे डायरेक्ट एप* तो ग्राहक के लिए वरदान है। लोन, ब्याज, आंशिक लोन, पेमेंट स्टेटमेंट और पॉलिसी स्टेटस पल भर में देखा जा सकता है। ऑनलाइन पता भी बदला जा सकता है। ग्राहक कंसोलिडेटेड प्रीमियम भी भर सकता है। ऑनलाइन लोन लेने की भी सुविधा है।
* एलआईसी पोर्टल* पर जाकर प्रीमियम भुगतान संभव है।निगम में आधुनिक डिजिटल माध्यम की उपयोगिता एवं महत्व शबदातीत है। इसके लाभ की तो एक बहुत ही लंबी फेरहिस्त तैयार हो जाती है।
ग्राहक पोर्टल पर उपलब्ध ई सेवाएं
अधोलिखित हैं==
*ई सेवाओं का पंजीकरण
*ग्राहकों के लिए आई पी ओ संबंधित जानकारी
*ऑनलाइन प्रीमियम, ऋण के ब्याज भुगतान की सुविधा
*बोनस की जानकारी,पुनर्चल्न की सूची
*प्रीमियम गणना की अनुसूचियां
*शिकायतों के पंजीकरण की सुविधा
*सभी सेवाओं जैसे नव व्यवसाय,बीमा सेवा,चिकित्सा संबंधी प्रपत्रों की जानकारी*
जितनी अधिक और सही जानकारी,उतनी ही ग्राहक की संतुष्टि,उतना ही उसका विश्वाश,जितना विश्वाश उतनी की बीमा व्यवसाय में वृद्धि की संभावना होगी।यह सौ फीसदी सत्य है।।
*समय की बचत*
ग्राहक को लंबी-लंबी पंक्तियों में नहीं लगना पड़ता। अनमोल समय बच जाता है। कार्यालय जाने वाला समय भी बच जाता है। अब तो पॉलिसी प्रिंट भी मेल पर आने लगा है। पॉलिसी खोने का डर भी कहीं खो गया है।कम समय में बेहतरीन सेवा से ग्राहक संतुष्ट होगा बीमा व्यवसाय फले फूलेगा।।
*आनंदा के लाभ*
आनंदा एलआईसी द्वारा अभिकर्ताओं के लिए नव व्यवसाय प्रस्ताव को ऑनलाइन पूर्ण करने के लिए एक नई सुविधा है।। वर्तमान समय में सभी वर्ग के लोग अपने ज्यादा से ज्यादा काम ऑनलाइन की सुविधा के साथ ही कर रहे हैं इसलिए भारतीय जीवन बीमा निगम ने आनंदा ऐप प्रस्तुत की है जिससे हम अपने ग्राहक को अभिभूत कर सकते हैं। आनंदा से तात्पर्य है *आत्मनिर्भर एजेंट न्यू बिजनेस डीजी ऐप*
आनंदा मॉड्यूल का मुख्य उद्देश्य पेपरलेस तरीके से नया प्रस्ताव जमा करना है एमपावर्ड एजेंट जिनका प्रीमियम पॉइंट है तथा ऑथराइज्ड एजेंट इन के पास एजेंट पोर्टल हो उनको पूर्णतया ऑटोमेटेड तथा एन बी कंप्लीशन की सुविधा दी गई है। इसमें *आधार* डाटा का एज प्रूफ आईडी प्रूफ तथा एड्रेस प्रूफ के रूप में उपयोग किया जाता है। आनंदा मॉड्यूल हेतु अभिकर्ता एवं प्रस्तावक दोनों का आधार अपडेट होना चाहिए। नाम, मोबाइल नंबर पूर्ण जन्म दिनांक पता ईमेल आईडी सही होनी चाहिए।। आनंदा ऐप की लक्ष्य एजेंटों में रुचि व जागरूकता पैदा करना उनको डिजिटल होने के लिए प्रेरित करना एजेंटों का मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करना शाखा अधिकारियों को शिक्षित करके उन्हें आनंदा को बढ़ाने हेतु प्रेरित करना सभी शाखाओं व मंडल की भागीदारी सुनिश्चित करना।।
पेपरलेस काम होने से कॉस्ट भी कम होगी और प्रदूषण भी नहीं होगा।।
ग्राहक को सुविधा निगम में डिजिटल माध्यमों के प्रयोग से ग्राहक की हर यथासंभव सुविधा का ध्यान रखा जाता है।।
कागज की बचत
अनावश्यक कागज का प्रयोग नहीं होगा। पेड़ नहीं काटने पड़ेंगे। प्रदूषण कम होगा। वातावरण अच्छा होगा। यह सब डिजिटल माध्यम तो *इको फ्रेंडली* हैं।।
ग्राहक की संतुष्टि
संतुष्ट ग्राहक निगम की आत्मा और वित्तीय संस्थान की रीढ़ है। जब ग्राहक के घर बैठे ही सारे काम हो जाएंगे, निश्चित रूप से उसका विश्वास निगम के प्रति कायम रहेगा। वह स्वयं भी जुड़ा रहेगा औरों को भी जोड़ेगा। 29 सितंबर 2018 से निगम ने आम जनता के लिए 91=22=68276827 दूरभाष पर जानकारी लेने को सुविधा भी दी है।।
*पार दर्शिता को बढ़ावा*
सुचारू और अच्छी कार्यप्रणाली निश्चित रूप से श्रेष्ठ कार्यों का निष्पादन करेंगे। परिणाम स्वरूप कार्य की पारदर्शिता बढ़ेगी।
विश्वास, भरोसा और आश्वासन बढ़ेगा। परिकल्पना, प्रतिबद्धता और प्रयास की त्रिवेणी बह जाएगी। बढ़ता विश्वास निश्चित रूप से अधिक बीमा लाएगा और बीमा व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी।
जब घर बैठे ही ग्राहक अपनी पॉलिसी का स्टेटस, लोन, नॉमिनी, ब्याज प्रीमियम देख लेगा तो निश्चित रूप से परसिस्टेंसी भी बढ़ेगी। ना ही पॉलिसी लैप्स होंगी ना ही सरेंडर होगी और व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी। इस दिशा में डिजिटल माध्यम अति महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं। एस एम एस के जरिए ग्राहक को पॉलिसी बंद होने का पता चल जाता है। अपने फोन नंबर ऐड कराने से अपनी पॉलिसी की समग्र जानकारी मिल जाती है।
*डीजी हट का शुभ आरंभ*
चेयर पर्सन ने मुंबई में डीजी हट का शुभारंभ किया है, जिसमें ग्राहक अपना प्रीमियम लोन और अपनी पॉलिसी का स्टेटस अपडेट रख सकता है।
*गुणवत्ता और मात्रा में बढ़ोतरी*
डिजिटल माध्यम द्वारा श्रेष्ठ कार्य निष्पादन निश्चित रूप से व्यवसाय में गुणवत्ता और मात्रा में संवर्धन करते है।
*वक्त की मांग*
नया परिवेश नया दृष्टिकोण यही मांग समय की, हो एहसास।
मूल्यों का विकास भरोसे का पालन बनता निगम इन्हीं से खास।।
अब कहीं की भी पॉलिसी कहीं पर भी चालू कर सकते हैं कहीं का प्रीमियम भी कहीं पर भर सकते हैं। कहीं का नॉमिनी कहीं चेंज करवा सकते हैं। ग्राहक को दूसरे शहर जाने की कोई जरूरत नहीं।पॉलिसी को पल भर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर भी स्थानांतरित किया जा सकता है।।
*मोबाइल नंबर जोड़ने के लाभ*
यह अति महत्वपूर्ण कार्य है।525 तरह के एसएमएस ग्राहक के पास चले जाते हैं। जैसे पॉलिसी का एस बी, मैच्योरिटी मिलना, नेफ्ट ऐड करना, नॉमिनी ऐड करना, पॉलिसी लैप्स आदि। बंद पॉलिसी का फिर से चालू होना निगम ग्राहक और अभिकर्ता सबके हित में होता है।
लोन कम रिवाइवल, एसबी कम रिवाइवल,इंस्टॉलमेंट रिवाइवल अनेक विकल्पों की सूची पॉलिसी धारक के पास पहुंच जाती है और बंद पॉलिसी को जैसे कोई *संजीवनी बूटी* मिल जाती है। रिवाइवल कैंपेन की जानकारी भी उसे मिल जाती है।।
सरेंडर के लिए आई पॉलिसी जब लोन और रिवाइवल में बदल जाती है,निश्चित रूप से बीमा व्यवसाय में वृद्धि होती है।ये डिजिटल माध्यम तो ऐसा दर्पण हैं जिसमे पॉलिसी धारक अपनी पॉलिसी का प्रतिबिंब साफ साफ देख सकता है,तुलनात्मक अध्ययन कर सकता है।।
**धन्य है डिजिटल माध्यम और उनकी *बजरंगी* सी और साधारण अद्भुत शक्ति**
जागरूक ग्राहक अपने कार्य शीघ्र करवा लेते हैं। अधिक से अधिक और सही फोन जोड़ने से ग्राहक को संतुष्टि और व्यवसाय को निश्चित रूप से वृद्धि मिलेगी।।
E nach
इसमें पॉलिसी धारक का प्रीमियम स्वयं ही उसके खाते से कट जाता है। उसे कार्यालय में जाकर प्रीमियम जमा कराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
एल आई सी डी सी जोन, एलआईसी ऑन इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक पर उपलब्ध होना भी अच्छी ग्राहक सेवा और अच्छे बीमे में व्यवसाय की वृद्धि का प्रतीक है।।
प्रगति
प्रगति ऐप द्वारा विकास अधिकारी अपने पूरे जोन के अभिकर्ताओं का स्टेटमेंट देख सकते हैं उन्हें मोटिवेट कर सकते हैं और उनकी समस्याओं को भी समझ सकते हैं।
इसका Grow Max सॉफ्टवेयर बहुत बढ़िया है।विकास अधिकारी अपने अभिकर्ताओं के काम का स्टेटस देख सकते हैं।।
एजेंसी बिसनेस ट्रेकर से सभी अभिकर्ताओं की लाइव डिटेल देख सकते हैं।।
समस्या का निवारण होने पर व्यवसाय में वृद्धि होने के चांस अपने आप ही बढ़ जाते हैं।।
निष्कर्ष रूप से यही कहा जा सकता है कि डिजिटल माध्यम मात्र ग्राहक के लिए ही नहीं अपितु विकास अधिकारी,अभिकर्ताओं और विक्रय वाहिनी, प्रबंधन स्टाफ और कर्मचारियों के लिए भी वरदान हैं।। सुविधा है समय की,बचत है और बीमा व्यवसाय की वृद्धि है।श्रेष्ठ कार्यों का निष्पादन है। सहायता है, उम्मीद है, आशा है,भरोसा है, विश्वास है।और जहां विश्वाश कायम हो जाता है वहां व्यवसाय में वृद्धि सहज रूप से होने लगती है।। एल आई सी कस्टमर ऐप, एल आई सी पे डायरेक्ट ऐप, एलआईसी एजेंट ऐप सब काम को पारदर्शी सेवा को त्वरित और त्रुटिरहित बनाती हैं।।
जीवन साक्ष्य ऐप पर लाइफ सर्टिफिकेट निकाला जा सकता है।
एलआईसी docQ ऐप पर पांच लाख से अधिक की पॉलिसी दोबारा चालू की जा सकती है।सारा डाटा सेव हो जाता है।। एल आई सी क्विक कॉट ऐप से इंस्टेंट प्रीमियम कोटेशन निकाली जा सकती हैं।।
ई दर्पण ऐप
यह ऐप कर्मचाइयों की प्रोफाइल,
उनके बेनिफिट के लिए है।इसके अतिरिक्त एक्चुरियल डाटा बैंक,प्रॉपर्टी रिटर्न,पर्सनल सर्कुलर और ई समाधान की भी सुविधा है।
ऑनलाइन ज्ञानपीठ प्रतियोगिता की भी सुविधा है जिसे कर्मचारी घर बैठे बैठे कर सकते हैं।।
*सकारात्मक परिवर्तन*
यह वक्त की मांग है।
विशेष रूप से एलआईसी 3.0 अर्थात 17.5.22 से आगे के समय में तो नया परिवेश और नया दृष्टिकोण अपनाना ही होगा। इस सफर में डिजिटल माध्यम सफर आसान करने का महत्वपूर्ण जरिया है। मिक्स प्रोडक्ट बेचने होंगे नई चीजें अपनाकर पुरानी चीजें छोड़नी होंगी मार्केटिंग के लिए मल्टीचैनल अप्रोच अपनानी होगी।
नजर नहीं नजरिया बदलना होगा
*नजर बदली तो नजारे बदल ले किश्ती बदली तो किनारे बदले*
*प्रोडक्टिविटी और परसिस्टेंसी बढ़ाने में सहायक*
डिजिटल माध्यम इन दोनों ही बातों की बैसाखी हैं। *सिंगल विंडो सिस्टम* भी अति सहायक सिद्ध होता है एक ही कार्य के लिए ग्राहक को अनेक सीटों पर नहीं जाना पड़ता। क्लेम पेमेंट भी दो लाख तक कहीं पर भी ली जा सकेगी।
सैलरी,कमीशन,एसबी, सरेंडर अति शीघ्र ही सेंट्रलाइज हो जाएंगे। इन सब बातों में डिजिटल माध्यम ऐसे काम करेंगे जैसे *कुरुक्षेत्र में माधव का गीता का ज्ञान* मानस में राम की मर्यादा* यह विकल्प या शौक नहीं, बदलते परिवेश की मांग है। इनकी उपयोगिता और महत्व अवर्णनीय है अद्भुत है और शब्दातीत हैं।।आधुनिक डिजिटल माध्यम तो बीमा व्यवसाय की आत्मा है।।
स्नेह धवन
वेतन क्रमांक 114206
शाखा हिसार 1
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