*बेहतर सेवा से होगा बेहतरीन बीमा*
होगा शीर्ष पर फिर वित्तीय संस्थान।
*सर्वोपरि है ग्राहक हमारा*
हो उसकी हर सुविधा और हर जरूरत की हमें पहचान।।
आधुनिक डिजिटल माध्यम की मुख्य भूमिका है इसमें,
नई तकनीक अपनाकर,
आए समझ इसका विज्ञान।।
*नया परिवेश नया दृष्टिकोण*
है मांग समय की,
मिले ग्राहक को सेवा संग मुस्कान।।
भरोसे का होगा फिर पालन और होगा निश्चित ही मूल्यों का निर्माण।।
ग्राहक,निगम की रीढ़ है।*ग्राहक देवो भव* यह भी सर्वविदित है।एक संतुष्ट ग्राहक हमें 100 से भी अधिक ग्राहकों से जोड़ता है और एक नाराज ग्राहक 100 से भी अधिक ग्राहकों को तोड़ता है।।बेहतर नहीं बेहतरीन ग्राहक सेवा के लिए एल आई सी में आधुनिक डिजिटल माध्यम *मील का पत्थर* साबित हुए हैं।अनेक डिजिटल एप अपनाकर ग्राहक को सुविधा मिलती है और उसके समय की बचत होती है।।
*गुगल पे*और *फोन पे*से घर बैठे ही अपना प्रीमीयम जमा करवा सकते हैं।
*एलआईसी पे डायरेक्ट एप*
तो ग्राहक के लिए वरदान है।लोन,ब्याज,आंशिक लोन,पेमेंट की स्टेटमेंट और पॉलिसी का स्टेटस देखा जा सकता है।अब तो ऑनलाइन एड्रेस भी बदला जा सकता है।ग्राहक कंसोलिडेटेड प्रीमियम भी भर सकता है।ऑनलाइन लोन के लिए एप्लाई भी किया जा सकता है।
*एलआईसी पोर्टल* पर जाकर प्रीमियम भुगतान संभव है।
प्रीमियमसर्टिफिकेट,
पुनर्चलन,दावा विभाग,
मल्टी प्रीमियम रिसिट,लोन,सरेंडर और बोनस आदि पोर्टल पर देख सकते हैं।।
एल आई सी में आधुनिक डिजीटल माध्यम की उपयोगिता एवम महत्व शब्दातीत है।।
इसके लाभ की तो लंबी फेरहिस्त तैयार हो जाती है।।
*समय की बचत*
ग्राहक को लंबी लंबी पंक्तियों में नहीं लगना पड़ता।अनमोल समय की बचत होती है।।
आनंदा के लाभ
आनंदा तो ग्राहक,विकास अधिकारियों और अभिकर्तगण के लिए मनों वरदान है। कोविड जैसी महामारी आने पर भी कार्य अवरुद्ध नहीं होगा।।
किसी भी छुट्टी वाले दिन भी दूर या पास किसी भी ग्राहक का बीमा किया जा सकता है।।घर बैठे काम होगा तो रोजगार भी बना रहेगा।
*ग्राहक को सुविधा*
निगम में डिजीटल माध्यमों के प्रयोग से ग्राहक की हर यथासंभव सुविधा का ध्यान रखा जाता है।उसे कहीं जाना नहीं पड़ता।अनावश्यक खर्च भी नहीं करना पड़ता कार्यालय जाने में।।
*कागज़ की बचत*
अनावश्यक कागज़ का प्रयोग नहीं होगा।पेड़ नहीं काटने पड़ेंगे।प्रदूषण कम होगा हो अच्छे वातावरण के लिए बहुत जरूरी है।। अतः ये डिजीटल माध्यम तो echo friendly हैं।।
*ग्राहक की संतुष्टि*
एक संतुष्ट ग्राहक निगम की आत्मा है।वित्तीय संस्थान की रीढ़ है।जब ग्राहक के अधिकतर काम घर बैठे ही हो जायेंगे तो निश्चित रूप से उसका विश्वाश निगम के प्रति कायम रहेगा और वो आगे खुद भी जुड़ा रहेगा और अपने जानकारों को भी जोड़ने को कोशिश करेगा।।
*पारदर्शिता को बढ़ावा*
सुचारू और अच्छी कार्य प्रणाली निश्चित रूप से श्रेष्ठ कार्यों का निष्पादन करेंगे।फलत कार्य की पारदर्शिता बढ़ेगी।फिर विश्वाश बढ़ेगा और बढ़ता विश्वास निश्चित रूप से अधिक बीमा लाएगा।।
जब घर बैठे ही ग्राहक अपनी पॉलिसी का स्टेटस,लोन,नॉमिनी,ब्याज,प्रीमियम देख लेगा तो निश्चित रूप से पर्सिस्टेंसी
बढ़ेगी।पॉलिसी लेप्स नहीं होगी।।ना ही पॉलिसी सरेंडर होगी।।
13,25,37,49,61 महीनों पर पॉलिसी की पर्सिस्टेंसी चेक की जाती है।61 महीने जो पॉलिसी चल जाती है उसके बंद होने के चांस बहुत कम होते हैं।इस कार्य में डिजिटल माध्यम बहुत महत्वपूर्ण रोल अदा करता है।।
चेयरपर्सन ने
बॉम्बे में digihut का शुभारंभ किया है जिसमे ग्राहक अपना प्रीमियम लोन और अपनी पॉलिसी का स्टेटस अपडेट रख सकता है।।
गुणवत्ता और मात्रा में बढ़ोतरी
श्रेष्ठ कार्य निष्पादन निश्चित रूप से व्यवसाय की मात्रा और गुणवत्ता में बढ़ोतरी लाते हैं।।
वक्त की मांग
नया परिवेश नया दृष्टिकोण
यही मांग समय की हो अहसास।
मूल्यों का विकास,भरोसे का पालन
बनता निगम इन्हीं से खास।।
अब कहीं का प्रीमियम कहीं भर सकते हैं।ग्राहक को अपने काम के लिए दूसरे शहर जाने की कोई जरूरत नहीं है।।
मोबाइल नंबर का जोड़ना
अति महत्वपूर्ण कार्य है।525 तरह के एसएमएस पॉलिसीधारक के पास जाते हैं।जैसे पॉलिसी का एसबी,मैच्योरिटी मिलना हो,कोई नॉमिनी ना हो,पॉलिसी लेप्स हो आदि।। जब कोई भी बंद पॉलिसी फिर से चालू होती है तो यह निगम ग्राहक और अभिकर्ता सबके हित में होता है।।लोन कम रिवाइवल, एसबी कम रिवाइवल,इंस्टालमेंट रिवाइवल के अनेक विकल्प की सूची पॉलिसी धारक को एसएमएस द्वारा पहुंच जाती है,और एक बंद पॉलिसी को जैसे कोई संजीवनी बूटी मिल जाती है।
रिवाइवल कैंपेन की जानकारी भी झट उसके पास पहुंच जाती है।धन्य है डिजिटल माध्यम और उसकी बजरंगी सी शक्ति।।
जागरूक ग्राहक अपने कार्य तत्क्षण ही करवा लेते हैं।। अधिक से अधिक और सही फोन जोड़ने से निश्चित रूप से ग्राहक को संतुष्ट करेगी और व्यवसाय में वृद्धि।।
E nach mode of payment करवाने से पॉलिसी धारक का प्रीमियम अपने आप ही उसके खाते से हर महीने कट जाता है।।
एलआईसी dizi जोन,lic on Instagram,utube और फेसबुक पर उपलब्ध होना भी अच्छी ग्राहक सेवा और अच्छे बीमे का प्रतीक है।।
*प्रगति* द्वारा विकास अधिकारी अपने पूरे जोन के अभिकर्ताओं का स्टेटमेंट देख सकते हैं।।
निष्कर्ष रूप से कहा जा सकता है कि डिजिटल माध्यम मात्र ग्राहक के लिए ही नहीं अपितु विकास अधिकारी,अभिकर्ताओं, विक्रय वाहिनी और कर्मचारियों के लिए वरदान है,सुविधा है,समय की बचत है,
श्रेष्ठ कार्यों का निष्पादन है।।
पॉजिटिव परिवर्तन वक्त की मांग है।
विशेष रूप से एल आई सी 3.0 अर्थात 17 मई 2022 से आगे के समय में तो नया परिवेश और नया दृष्टिकोण अपनाना ही होगा।इस सफर में डिजिटल माध्यम सफर को आसान करने का महत्वपूर्ण जरिया हैं।। *मिक्स प्रोडक्ट* बेचने होंगे।नई चीजों को अपना कर पुरानी को छोड़ना होगा।।मार्केटिंग के लिए मल्टी चैनल अप्रोच अपनानी होगी,नजरिया बदलना होगा।
*नजर बदली तो नजारे बदले
किश्ती बदली तो किनारे बदले*
प्रोडक्टिविटी और पर्सिस्टेंसी बढ़ानी होगी।।सिंगल विंडो सिस्टम सहायक होगा।एक ही कार्य के लिए ग्राहक को अनेक सीटों पर नहीं जाना होगा,डिलेयरिंग होगी।।क्लेम पेमेंट दो लाख तक कहीं पर भी ली जा सकेगी।। सैलरी,कमीशन, एसबी,सरेंडर अति शीघ्र ही सेंट्रलाइज हो जाएंगे।।
इन सब बातों में डिजिटल माध्यम का बहुत अहम रोल रहेगा।।ये विकल्प या शौक नहीं बदलते परिवेश की मांग है।।इसकी उपयोगिता और महत्व अवर्णनीय अदभुत और शब्दातीत हैं।।
स्नेह प्रेमचंद
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