तारों की छांव में,साजन के गांव में,चली लाडो अब ले, साजन का हाथों में हाथ।
प्रेम पोत्री! अब निभाना प्रेम से जन्मों का ये बंधन,बना रहे ये प्यारा सा साथ।।
मिल रही हैं बुआओं की दुआएं और मां का प्यार।
प्रेम की सौंधी सौंधी माटी से महकता रहे तेरा संसार।।
दमकती रहे तेरे माथे की बिंदिया,
करे सदा तूं सोलह श्रृंगार।।
सौ बात की एक बात है,प्रेम ही हर नाते का आधार।।
शब्दों से नहीं,भावों से है दोस्ती मेरी,
बता देती वरना है कितना प्यार।।
एक दुआ है ईश्वर से,खुशियां देती रहे दस्तक तेरी जिंदगी के द्वार।।
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