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मुबारक मुबारक(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

मुबारक मुबारक जन्मदिन मुबारक,
हो सदा आपको खुशियों के दीदार।
सुख,समृद्धि और सफलता दे दस्तक सदा आपकी चौखट पर, एक नहीं, हर बार।।

कब बीत गए बरस 60 जीवन के,
जेहन मे उठा है एक अजब सा सवाल।
ज्वाइनिंग से सेवानिवृति का आ गया समय है,
रहे आगे का समय भी खुशहाल।।

अब हर शौक को करना पूरा,
मिला है खुले समय का आपको उपहार।
जिंदगी खूबसूरत है हर मोड़ पर,
हर पड़ाव होता है अपनी ही महक से महकदार।।
किरण हो आफताब सी चमकती रहना,
हो *औरा* आपका यूं ही चमकदार।।

आज यही दुआ है ईश्वर से,
आप खुश रहो सदा,
और खुश रहे आपका पूरा परिवार।।
मेरी ही नहीं,पूरी *एलआईसी लवली लेडीज* की ओर से कर लेना दुआएं स्वीकार।।
              दिल की कलम से



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