*सबसे बड़ी दौलत परिवार*
मानो चाहे या ना मानो,
प्रेम ही इस नाते का आधार।।
धूप हो या छांव हो,
संग खड़ा होता है परिवार
*परवाह,प्रेम,समर्पण,
ईमानदारी और विश्वाश*
इन्हीं मसालों से प्रेम साग
बनता है खास।।
खास से अति खास के सफर का
सच्ची निष्ठा से मिलता है उपहार।
*कनेक्टिविटी* ही किसी भी
परिवार का होता सच्चा अलंकार।
*सबसे बड़ी दौलत परिवार*
एक अच्छे परिवार में,
जिम्मेदारी संग मिलते हैं अधिकार।।
*आदि से अंत तक साथ चलता
है परिवार*
जिंदगी के उतार चढ़ाव में,
परिवार बन जाता है पतवार।।
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