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बेटी मां की परछाई

*बेटी मां की होती है परछाई
कौन कहता है बेटी होती है पराई??
*घर,आंगन,दहलीज है बेटी*
*हर रिश्ते में सबसे अजीज है बेटी*
*पर्व,उत्सव,उल्लास,तहजीब है बेटी*
*जगह से बेशक दूर हो,
दिल के सबसे करीब है बेटी*
*सुर,सरगम,संगीत है बेटी*
*शिक्षा,संस्कार, रिवाज 
और रीत है बेटी*
*बेटी से अपना मुझे तो 
कोई देता नहीं दिखाई*
सबसे प्यारा नाता है मां बेटी का,
*बेटी मां की होती है परछाई*
*किसी को जल्दी
 किसी को देर से
आ जाती है समझ ये सच्चाई*
सुनने में बेशक 
अच्छा लगता है बेटा हुआ है,
पर जीने में *बेटी* 
सबसे मधुर शहनाई।।
*धरा सा धीरज,उड़ान गगन सी,
सागर सी बेटी में गहराई*
*बेटे वसीयत बांटते हैं,
बेटी दर्द बांटने सदा ही आई*
        स्नेह प्रेमचंद

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