*तेरा साथ है तो लगता सब प्यारा है*
जिंदगी के इस रंगमंच पर मैं तेरी,
तूं मेरा सहारा है।।
*हौले हौले कब लम्हे बदल गए बरसों में, पता ही नहीं चला*
*हौले हौले जब बेटी से पत्नी,पत्नी से मां बन गई, पता ही नहीं चला*
*कब जिंदगी ने ओढ़ा दुशाला जिम्मेदारियों का पता ही नहीं चला*
*कब जिंदगी रेत सी मुठ्ठी से खिसकती गई, पता ही नहीं चला*
*जिंदगी के मेले में मिले भी बहुत,
बिछड़े भी बहुत अपने भी,ये अच्छे से पता चला*
*हर धूप छांव में संग खड़े हम*
*हर उतार चढ़ाव को संग सहा हमने*
*सच में साथ तेरा बड़ा प्यारा है*
तूं भी जाने, मैं भी जानूं,तूं मेरा मैं तेरा सहारा हूं।।
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