*न कोई कम, न कोई ज्यादा
सृष्टि का भाग दोनों आधा आधा*
*दोनों पूर्ण एक दूजे से,
अनमोल प्रेम से दोनों धनवान*
समानता का संदेश दिया जग को,
क्या क्या *आदि योगी* के करूं गुणगान?
*सर्वोच्चता* के प्रतीक हैं शिव,
सदा ही करते आए जग कल्याण
*स्वयंभू* हैं शिव*ज्योतिबिंदु* हैं शिव,
कण कण में शिव विद्यमान
*अर्धनारीश्वर*रूप में पूजा जाता है शिव को, शरीर का आधा भाग है स्त्री का, किया समानता का आह्वान।।
हर इंसान की आधी ऊर्जा स्त्रैण और आधी पुरुष की है
हमसभी में 50 %पिता और 50% मां है विद्यमान
सृष्टि में समानता के सिद्धांत को स्थापित करने वाला रूप भगवान अर्ध नारीश्वेर अति महान।।
*न कोई कम ना कोई ज्यादा"
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