*जहां जहां प्रकट हुए शिव
वहां वहां करने लगे वे वास*
यही हैं वे 12 ज्योतिर्लिंग
*खास नहीं, अति अति खास*
कुंडली में चंद्रमा गर नीच राशि का
और कष्टप्रद है तो,
बाबा के पूजन से यहां दुष्प्रभाव हो जाते हैं दूर।
गुजरात के बैरावल में बाबा सोमनाथ विराजित हैं बन कर के नूर।।
शिवरात्रि पर बाबा की निकाली जाती है पालकी,कर दर्शन भगत उनके धन्य हो गए।।
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