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सबके हैं गिनती के श्वास

*इस जग में हैं सबके
गिनती के ही श्वास*

*आज तेरी,कल मेरी है बारी,
यूं हीं शनै शनै लम्हों*इस जग में हैं सबके
गिनती के ही श्वास*

*आज तेरी,कल मेरी है बारी,
यूं हीं शनै शनै लम्हों का 
होता रहता है ह्रास*

*न करें शोक न करें संताप हम
सीखें उसके जीवन से,
कैसे आम से बन गई वो अति अति खास*

*कथनी में नहीं,करनी में था
मेरी मां जाई का विश्वाश*

*उम्र छोटी पर कर्म बड़े,
एहसासों में रहेगी सदा वो पास*

*फर्श से अर्श तक का सफर
तय किया अपनी मेहनत से,
किया चयन उसने विकास*

*हनुमान भगत मेरी मां जाई
जीवन का सबसे सुखद अहसास* का 
होता रहता है ह्रास*

*न करें शोक न करें संताप हम
सीखें उसके जीवन से,
कैसे आम से बन गई वो अति अति खास*

*कथनी में नहीं,करनी में था
मेरी मां जाई का विश्वाश*

*उम्र छोटी पर कर्म बड़े,
एहसासों में रहेगी सदा वो पास*

*फर्श से अर्श तक का सफर
तय किया अपनी मेहनत से,
किया चयन उसने विकास*

*हनुमान भगत मेरी मां जाई
जीवन का सबसे सुखद अहसास*

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