*जीवन ज्योति*
*रहे मन पावन,
न पनपे चित में विकार*
*कर्म ही परिचय पत्र
होते हैं व्यक्ति का,
वरना एक ही नाम के
व्यक्ति होते हजार*
*सपने जो भी देखें तुमने,
हों लाडो सारे साकार*
*बेटी,पत्नी,बहु,मां,सखी सबका निभाया बखूबी हर किरदार*
स्नेह तेल कभी खत्म न हो
जीवनदीप में,
हों प्रेम ज्योत के सदा दीदार
सौहार्द,करुणा,सहजता
की बहती रहे त्रिवेणी,
चित में आए ना कभी अहंकार
चेतना करे वरण सदा सत्य का,
जिजीविषा का पहने अलंकार
*एक अर्धशतक लगाया है अति उम्दा आपने,
दूजा भी करे सुख,समृद्धि और सफलता के दीदार*
*दिल से चाहा है,दिल से चाहेंगे,
देंगे आज दुआएं तुम्हें बेशुमार*
*कुछ खोना कुछ पाना है जिंदगी
प्रेम ही हर नाते का आधार*
*कुछ कर दरगुजर,कुछ कर दरकिनार*
*यही मूलमंत्र है जीवन का,
कर लेना इसको स्वीकार*
*कोई राग न हो,कोई द्वेष ना हो*
*कोई कष्ट ना हो,कोई क्लेश ना हो*
*मधुर तुम्हारी मधुर बोली,मधुर तुम्हारा मधुर व्यवहार*
*मन मलिन न हो,रहें जटिल न हों*
*विश्व के हर दीप में ज्ञान ज्योति रहे बरकरार*
*बड़ों का आशीष और छोटों का मिले स्नेह अपार*
और दुआएं क्या दूं तुम को???
*हो तुम तो गुणों का भंडार*
*छोटी बहन सी लगती हो
अपनत्व के होते हैं दीदार*
*मुस्कान सदा सोहे अधरों पर तोहे
करे उन्नति पूरा परिवार*
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