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लाल बहादुर शास्त्री जी के अमर विचार(संकलन स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

** सादा जीवन उच्च विचार**
**जैसी सोच वैसा व्यवहार**
**कद छोटा पर कर्म बड़े**
**उनके सपनों का बड़ा आकार**
*किसी आडंबर के नहीं हुए कभी शिकार*

*होगी यही सच्ची श्रद्धांजलि उनको,
गर लाएं अम्ल में उनके विचार*
*आज जन्मदिन है वतन के लाल का,
पूरे वतन को माना परिवार*

2 अक्टूबर 1904 को धन्य हुई थी धरा भारत की,
जब शास्त्री जी ने लिया था जन्म

*कद छोटा पर कर्म बड़े*व्यक्ति का असली परिचय पत्र होते हैं उसका कर्म

कठिन परिस्थितियों का दौर था वो,
जब संभाली थी देश की बागडोर
कार्यकाल भले ही छोटा हो,
पर प्रभाव बड़े,जैसे उजली भोर

 अति लोकप्रिय नारा दिया शास्त्री जी ने
*जय जवान जय किसान*
देश का जवान और किसान है अति सम्माननीय,
था नेक इरादा लें सब जान
*शास्त्री जी की जन्म जयंती पर शत शत नमन और वंदन,
सच में विभूति अति महान*

*सादा जीवन उच्च विचार*
*मधुर वाणी मधुर व्यवहार*
और परिचय क्या दूं आप का???
दूरदर्शी सोच,विहंगम किरदार

**शास्त्री जी के विचार**

**देश की रक्षा करना सैनिकों का ही नहीं काम है बल्कि पूरे भारत की है जिम्मेदारी**
**सब नैतिक दायित्व समझें देश के प्रति अपना,
आ गई समझने की बारी**

*हर काम की है अपनी ही गरिमा
हर काम को अपनी क्षमता से करने में ही मिलता है संतोष*

*काम कोई छोटा बड़ा नहीं होता,
पर कर्म करने के जज्बे का सोच में हो समावेश*

*निसंदेह बड़ी परियोजनाएं,बड़े बुनियादी उद्योग हैं हमारे पास*

*सबसे ज़रूरी है आम आदमी को देखना,सबसे कमज़ोर तत्व है वो समाज का,हो हमे इस सत्य का आभास*

*सिर्फ अपने लिए ही नहीं 
*विश्व शांति* में है यकीन हमारा
*अहम से वयम* की सोच रही शास्त्री जी की,
जाने सत्य ये जग सारा*

*जो शासन करते हैं उन्हें देखना चाहिए लोग प्रशासन पर किस तरह की प्रक्रिया करते हैं*
*जनता ही होती है मुखिया*
क्यों जान बूझ नेत्र बंद करते हैं??

*हिंसा और असत्य से कभी एक सच्चा लोकतंत्र हासिल नहीं होता,
ऐसा शास्त्री जी का नेक विचार

*शक्ति और स्थिरता के लिए जरूरी है लोगों में एकता और एकजुटता स्थापित करना,
कितनी प्यारी सोच का कल्याणकारी आधार**

**भारत को अपना सिर शर्म से झुकाना होगा गर किसी एक भी व्यक्ति को अछूत की संज्ञा से नवाजा जाएगा**
हम विविध होते हुए भी एक हैं
ये जब समझ में आएगा????

*चुनौतियों का डट कर करना होगा सामना*
वतन की खुशी समृद्धि के लिए करना होगा निरंतर काम
*कर्म ही सफल जीवन की कुंजी है*
*करते रहो इसे सुबह और शाम*


*शांति के लिए लड़ना होगा बहादुरी से
जैसे किसी युद्ध में लड़ रहे हों लड़ाई*
*सच में बात में कितनी उनके थी गहराई*

राष्ट्र की शक्ति का वास्तविक स्त्रोत है
*अनुशासन और एकजुट हो कर कार्य करना*
तभी मिलेगा हर समस्या का समाधान
तभी मिलेगा सम्मान हमे,
जब आंतरिक शक्ति होगी मजबूत हमारी,
*गरीबी और बेरोजगारी*दूर करने का हो जाएगा काम

*उच्चारण और आचरण में भेद ना हो,यही शास्त्री जी ने समझाया था*

*जिसे खुद अम्ल में नहीं ला सकता
ऐसी सलाह दूसरे को नहीं दूंगा
यह शास्त्री जी ने अपनाया था*

*बल का सामना बल से ही करना होता है ऐसा शास्त्री जी का विचार*
देश की अखंडता ही है सर्वोपरि,
*सादा जीवन उच्च विचार*

*आजादी और अखंडता खतरे में हो जब,
पूरी शक्ति से चुनौती का मुकाबला करना है कर्तव्य हमारा*
*कानून का  सदा करें सम्मान सब
लोकतंत्र की बुनियादी सरंचना मजबूत और रहे बरकरार*

*आर्थिक मुद्दे हैं हमारे लिए सबसे जरूरी
ताकि अपने सबसे बड़े दुश्मन गरीबी और बेरोजगारी से लड़ सकें हम*

*इस लक्ष्य से बनाएं ना कभी दूरी
बढ़े खुशियां हों कम गम*

*भ्रष्टाचार को पकड़ना सच में है बहुत कठिन सा काम*

*गभीरता और दृढ़ संकल्प से निपटना होगा इससे,
यही कर्तव्य हो हमारा निष्काम*

*हम चाहते हैं आजादी देश की लेकिन दूसरों का शोषण और उन्हें नीचा दिखाने की कीमत पर न हो हमे कबूल*

*कभी किसी का सम्मान गिराने की आजीवन ना करें हम भूल*

*ऐसी हो आजादी हमारी कि अन्य देश भी मेरे देश से कुछ सीख पाए*
 
*एक यही जुस्तजू है मेरी
 देश के संसाधन मानवता के काम आएं*

*मेरे हिसाब से यही होता है प्रशासन का मूल विचार*

*सब को एकजुट रखा जाए,विकास हो,लक्ष्य की ओर बढ़ना हो सोच का मुख्य आधार*

*अपने अपने क्षेत्रों में हमें उसी संकल्प,स्मर्पण और उत्साह से करना होगा काम*
*जैसे रणभूमि में जो एक योद्धा को उत्साहित और करता है प्रेरित सुबह शाम*

*कथनी करनी दोनों व्यक्ति की हों एक समान*
यही सिखा गए मां भारती के लाल,
शास्त्री जी,
*उनके विचार हैं हमारे लिए इनाम**




Comments

  1. देश की महान हस्तियों को समर्पित एक अत्यंत ही सुन्दर कविता 😊, सादा जीवन उच्च विचार मधुर वाणी मधुर व्यवहार 🙏

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