*दर्द उधारे लेना जग में*
सबके बस की बात नहीं
*करुणा भरा हो चित व्यक्ति का*
सबके बस की बात नहीं
*दिल जीत ले जो सबका*
सबके बस की बात नहीं
*कोई चुभती बात ना कहे किसी को*
सबके बस की बात नहीं
*मन के घोड़ों की लगाम कसना*
सबके बस की बात नहीं
*मधुर वाणी संग हो मधुर व्यवहार*
सबके बस की बात नहीं
*कुछ करना दरगुजर कुछ करना दरगुजार*
सबके बस की बात नहीं
*सपने वे होते हैं जो हमे सोने नहीं देते*
समझना सबके बस की बात नहीं
*दिल दिमाग का हो सही तालमेल*
सबके बस की बात नहीं
*नयनों की भाषा पढ़ना*
सबके बस की बात नहीं
*फल मिले या ना मिले पर कर्म करते रहना*
सबके बस की बात नहीं
*खामोशी की जुबान समझना*
सबके बस की बात नहीं
*सोच कर्म परिणाम की त्रिवेणी बहाना*
सबके बस की बात नहीं
*छोटे बड़े हमउम्र सबसे तालमेल होना*
सबके बस की बात नहीं
*संकल्प का मिलन हो जाए सिद्धि से*
सबके बस की बात नहीं
*बेगानाें को भी अपना बना लेना*
सबके बस की बात नहीं
*उपलब्ध सीमित संसाधनों में बेहतरीन कर जाना*
सबके बस की बात नहीं
*मन में कोई राग ना हो,कोई द्वेष ना हो,कोई अहंकार ना हो,कोई विकार ना हो*
ये सबके बस की बात नहीं
*सहजता का दामन कभी ना छोड़ें*
सबके बस की बात नहीं
*भौतिक संसाधनों से अधिक लगाव ना करना*
सबके बस की बात नहीं
*खुद मझधार में हो कर भी साहिल का पता बताना*
सबके बस की बात नहीं
*किसी बाधा आने पर बिखरना नहीं निखरना*
सबके बस की बात नहीं
उपरोक्त सारी बातें तेरे बस में थी मां जाई!
उच्चारण में नहीं आचरण में रहा विश्वाश तेरा,
थी तूं ऐसे जैसे तन संग हो परछाई
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