मैं न भूलूंगी, मैं न भूलूँगी,
वो माँ का प्यार से गले लगाना।
चुपके से फिर हाथ पकड़ कर,
अपने कमरे में ले जाना।
कुछ प्यार के तोहफे निकाल कर,
हसरत भरी नजरों से दिखाना।
मैं न भूलूँगी मैं न भूलूंगी,
मनपसन्द की रसोई बनाना।
झट पट से उसका काम मे लग जाना,
बिना शिकायत बिन रंजिश के,
अपने चमन को माँ का महकाना।
मैं न भूलूंगी मैं न भूलूंगी।।
Comments
Post a Comment