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एल आई सी का परिचय(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

भरोसे के मंडप में सुरक्षा का अनुष्ठान है एल आई सी,

आश्वाशन की आंखों में सफलता का सुरमा है एल आई सी

संकल्प को सिद्धि से मिला ही देती है एल आई सी

विश्वास की गागर में उम्मीद का जल है एल आई सी,

एक लंबे साथ का विश्वसनीय हमसफ़र है एल आई सी,

*मैं हूं ना*जीवन के साथ भी,
जीवन के बाद भी,ऐसा आश्वाशन है एल आई सी

सुरक्षा का अभेद्य कवच है एल आई सी,

प्रतिबद्धता,प्रयास,परिकल्पना की त्रिवेणी है एल आई सी,

एक सुखद आभास का अनहद नाद है एल आई सी,

सकारात्मक प्रतिस्पर्धा और परिवर्तनकारी दृश्टिकोण अपना कर विपणन के क्षेत्र में अग्रणीय है एल आई सी,

सुरक्षा, भरोसे,संवृद्धि, संरक्षा,आशा,उल्लास,मेहनत इन सातों रंगों का इंद्रधनुष है एल आई सी,

भरोसे और उम्मीद की ऐसी रंगोली है एल आई सी जो जीवन की भोर और साँझ, सुख और दुख में समानांतर खड़ी है,

विशवास की गीता में कर्म का शंखनाद है एल आई सी,

आशा के मानस में अडिगता की चौपाई है एल आई सी,

विश्वास की गंगोत्री से उपलब्धि के गंगासागर तक का अनवरत सफर है एल आई सी

उत्सव,आनंद,उमंग,तरंग,लक्ष्य अनेक उत्पादों को आंचल में समेटे है एल आई सी

डिजिटल हो कर अति सरल और जन जन तक पहुंच गई है एल आई सी

1956 से 2024 तक के सफर में 68 बरस का लंबा सफर तय कर चुकी है एल आई सी

समाधान हेतु आगमन,संतुष्टि सहित समाधान को आत्मसात कर चुकी है एल आई सी

जनकल्याण और समाज कल्याण के भाव को निहित कर प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर होती जा रही है एल आई सी

हर पॉकेट में एक नहीं अनेक पॉलिसी हों के भाव को
 चरितार्थ करती जा रही है एल आई सी

किसी भी अनहोनी के होने पर झट से आर्थिक संबल बन जाती है एल आई सी

ऐसी एल आई सी का आज 68 वा जन्मदिन है,तो हर्षित होने की बेला तो बनती ही है

दिल पर दस्तक,जेहन में बसेरा, चित में जिसके पक्के निशान
ऐसी है भारतीय जीवन बीमा निगम की जन जन में पहचान
सुखद वर्तमान और उज्जवल भविष्य की गारंटी,सच में एल आई सी है गुणों की खान

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