पर्व है,उत्सव है,उल्लास है माँ जीवन में सबसे खास है माँ सहजता का पर्याय है माँ सब से अच्छी राय है माँ ग्रीष्म की शीतल फुहार है माँ बसंत की सुंदर बहार है माँ जाड़े की मीठी धूप है माँ जग में सबसे सुंदर रूप है माँ प्रेम है माँ,प्रकाश है माँ बच्चे का अद्भुत विकास है माँ दीवाली है मां,होली है मां इंद्रधनुष है मां,रंगोली है मां गंगा सी पावन,निर्मल मां समेट लेती है सब गुण अवगुण हमारे सच मे कितनी अदभुत होती है मां।। मां ममता का अनहद नाद है मां वात्सल्य का सबसे सुंदर राग है मां एहसासों का सुंदर झरना है मां अपंत्व के तबले पर सामंजस्य की सबसे सुंदर ताल है, यूं ही तो नहीं कहते, मां की ममता कमाल है।।