गांधी जी की पाती विश्व के नाम ==================== सुनो सुनो एक पाती आई है गांधी जी की विश्व के नाम बड़ी सारगर्भित है यह पाती दे रही हमें बड़ा अदभुत सा ज्ञान करिश्माई व्यक्तित्व के स्वामी गांधी जी, सरल,सीधा उनकी सोच का विज्ञान हर संकल्प को सिद्धि से मिलाने का, मिला था जैसे इनको वरदान सुनो सुनो क्या बोल रहे हैं हमारे बापू राष्ट्रपिता महान *अहिंसा परमो धर्म हमारा* जाने सत्य सकल जहान चाहे कितनी भी विकराल परस्थिति, हिंसा नहीं उसका समाधान भारत ही नहीं, बांचे और देश भी, चाहता हूं मैं जग कल्याण *बुरा ना देखो,बुरा ना सुनो, बुरा ना कहो* मेरे तीनों बंदरों का यही फरमान अंतर्मन में छिपे रावण का दमन कर लो, काम तो आयेंगे रघुपति राघव राजा राम कोई राग ना हो , कोई द्वेष ना हो कोई कष्ट ना हो , कोई क्लेश ना हो पनपे ना चित में किसी के कोई विकार सब निर्भय हों , सब स्वस्थ हों मिले सबको रोटी,कपड़ा,मकान, रोजगार यही तो मैं चाहता हूं बस अहम से वयम की चले बयार कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति को भी जब मुहैया होंगी ये सुविधाएं, तभी वतन को लोकतांत्रिक कहने का अ...