एक ही राधा एक ही कान्हा ((विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा,)) August 13, 2021 एक ही हैं राधा और कान्हा एक ही हैं दोनो के अहसास। एक ही तन के दो नेत्र हैं दोनो, राधा कृष्ण से,कृष्ण राधा से बनते हैं खास।। Read more