ख्वाइशें कम कर दी मैंने और मैं हो गया धनवान।। अपेक्षाएं कम कर दी मैंने और सुख की आ गयी हाथ में कमान।। संग्रह कम कर दिया मैंने मुझे जीने का आ गया विज्ञान।। देना शुरू कर दिया मैंने लगा क्यों था इस सुख से अनजान। प्रेम और करुणा से दोस्ती कर ली मैंने पूरा बन गया मेरा जहांन।।