*परिणय की मंगल बेला पर कर लेना हमारी दुआएं स्वीकार* *एक नए अध्याय के आरंभ का प्रारंभ हुआ है आज, दें खुशियां सदा दस्तक आप के द्वार* *मन मलिन न हों, राहें जटिल ना हों न हो चित में कोई द्वेष, ईर्ष्या और अहंकार* *कुछ करना दरगुजर, कुछ करना दरकिनार* *यही मूलमंत्र है सुखद दांपत्य जीवन का, प्रेम ही इस नाते का आधार* *खून का नहीं है ये नाता विश्वाश,समझ,समर्पण और स्नेह का, रहे जिंदगी आपकी सदा गुलजार* *मतभेद बेशक हो जाएं, पर मनभेद की कभी ना चिनना दीवार* *मयंक और महक की जोड़ी सदा बनी रहे, महक की महक से महके सदा पूरा बंसल परिवार* *बेटी से भी अधिक स्नेह मिलेगा महक आपको, रहे ध्यान बस एक ही माला में मोतियों सा जुड़ा रहे परिवार* *प्रेम के धागे जुड़े रहें, हों चित में पल्लवित संस्कार* *प्रेम से पहले आता सम्मान है पनपे ना चित में कोई विकार* *अपने बड़ों की दुआओं से शुरुआत हुई है नए जीवन की, अनुराग का सदा होता रहे संचार* *जिंदगी के सफर में जब मिल जाता है हमसफर, सफर हो जाता है खुशगवार* *परवाह बताती है प्रेम कितना है, सुखद वर्तमान और उज्जवल भवि...