Skip to main content

Posts

Showing posts with the label कहना नहीं आया

दरक

या तो हमें कहना नहीं आया या फिर वो हमारा कहा समझे नहीं, कुछ तो हुआ ऐसा, कोई रिश्ता हौले से दरक गया।।         स्नेहप्रेमचंद