गौतम ऋषि के आह्वान पर शिव हुए थे यहां विराजमान *काल सर्प दोष* से मिलती है मुक्ति यहां, बाबा की पूजा का प्रावधान।। महाराष्ट्र के नासिक मे*त्रयम्बकेशवर* ज्योतिर्लिंग की यह मान्यता महान ब्रह्मा,विष्णु और रूद्र के प्रतीक हैं ज्योतिर्लिंग के तीन चेहरे, जैसे तीनों ही हों एक स्थल पर विद्यमान।। शिवरात्रि पर बाबा की पूजा होती है पांच बजे से प्रारंभ भोर,दोपहर और शाम को ढाई घंटे की पूजा का आरंभ