भूखा हो गर बच्चा, माँ झट रोटी बन जाती है। प्यासा हो गर बच्चा, माँ झट पानी बन जाती है। बेचैनी हो गर चित्त में कोई, माँ सुकून बन जाती है। गर समस्या हो कोई बच्चे को, माँ तत्क्षण समाधान बन जाती है।। उदास हो गर बच्चा, मा हंसी बन जाती है। दर्द हो गर बच्चे को, मा दवा बन जाती है। ऐसी होती है माँ, तभी ताउम्र याद वो आती है।