मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर में, शिव और माता पार्वती करते हैं विश्राम शयन से पूर्व खेलते हैं दोनो चौसर, ले मेरी रसना सदा शिव का नाम।। मंदिर के गर्भ गृह में सदियों से, चौसर पांसे की बिसात सजाने का होता है काम।। महाशिवरात्रि पर 24 घंटे खुला रहता है भोले का दरबार। शयन रात्रि 8.30 के स्थान पर होती है रात तीन बजे,ऐसा ओंकेश्वर में भोले का अवतार।।