दरक। thoight by snehpremchand April 19, 2020 झट से दरक जाता है नाता, कह दो गर कोई सीधी बात। घुमा फिरा कर हमें कहना नहीं आया, जख्मी हुए,जाने कितनी ही बार हमारे ज़ज़्बात।। स्नेहप्रेमचंद Read more