तूं मेरी ही तो परछाई((( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा)) October 18, 2022 मां बेटी से खूबसूरत और गहरा हो ही नहीं सकता कोई गहरा नाता। हर नाते को देख परख,मेरी समझ को यही समझ में आता।। समय संग तो हिना सा ये और भी गहराता।। Read more