Poem on mother love by sneh premchand July 07, 2020 मां से सुंदर तो हो ही नहीं सकती, कोई भी तस्वीर। मां है तू फूली नहीं समाती, किसी की भी तकदीर।। स्नेह प्रेमचंद Read more
चित्र thought by sneh premchand June 05, 2020 काश कोई ऐसा कैमरा भी बना पाता, जो तन की नहीं मन की तस्वीर भी खींच कर लाता।। snehpremchand Read more