बाज़ औकात thought by snehpremchand June 27, 2020 बाज औकात बड़े ही अजब हो जाते हैं तालुकात। कशिश कहीं खो सी जाती है दरमियान मारसिम के, सो से जाते हैं जज्बात।। बाज औकात-- कभी मारसिम---- रिश्ता Read more