मुस्कुरा thought by snehpremchand June 16, 2020 तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो। क्या गम है जो छिपा रहे हो। किसी भी मुस्कुराते हुए व्यक्ति को देख कर ये कभी न सोचना उसको कोई गम नही है,बस उसे अपना गम छिपा कर मुस्कुराना आता है। Snehpremchand Read more