*जब धड़कन धड़कन संग बतियाती है फिर हर शब्दावली अर्थहीन हो जाती है* *फिर मौन मुखर हो जाता है ये दिल का दिल से गहरा नाता है* *जब संवाद खत्म हो जाता है फिर संबंध पड़ा सुस्ताता है* *आहटें देती रहें दस्तकें जिंदगी की चौखट पर तो अच्छा है फिर वो नाता पहले सा जुड़ जाता है*