किसी हाट या किसी बाजार में नहीं मिलता प्रेम, इसका तो सदा ही चित में होता है बसेरा प्रेम तो वह संजीवनी बूटी है जो जीवन में ले आता है उजला सवेरा प्रेम आक्सीजन है जीवन की प्रेम है तो उत्सव उल्लास का बसा रहता है डेरा प्रेम प्रकृति की हरियाली है प्रेम तो जैसे पर्वों में दिवाली है प्रेम लाता है उजियारा जीवन में हर लेता है घना अंधेरा प्रेम मरहम है हर घाव का सच में प्रेम है उजला सवेरा