प्रेम June 10, 2020 प्रेम न जाने जाति पाति प्रेम न जाने मज़हब की दीवार। जिसने पढ़ ली प्रेम की पाति, सुखमय हो जाता उसका संसार।। स्नेहप्रेमचंद Read more