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लेखनी

मैंने कहा लेखनी से ,चलो आज किसी खास विषय पर तुम्हे चलाते हैं। तुम ही बतलाओ मेरी सहेली,विषय कौन कौन से तुम को भाते हैं। लेखनी ने आगे न कुछ कहा, न सुना,झटपट शीर्षक में माँ लिख आयी। मैंने कहा कुछ और भी लिखते हैं लेखनी,पर उसको मेरी बात कतई न भाई।