आज जन्मदिन है इनका, आए इनके जीवन मे सदा बहार मिले खुशी,सफलता,सुख,समृद्धि और मिले हम सब का प्यार रोहिल्लास और कुमार्स की नन्ही कली तुम, तुमसे घर का आँगन गुलज़ार करते थे,करते है,करते रहेंगे तुम्हे प्यार हम सब बेशुमार, कबूल करो आज दुआएँ लाडो हमारी, देखो दुआओं का लग रहा अंबार देख तुम्हारी चारू चितवन, हो जाते हैं सुंदर दीदार करता है मन करें प्रकट, ऊपरवाले का आभार, आयी जो तुम आँगन में हमारे, समा हो गया गुलज़ार, महकती रहना,चहकती रहना, प्रेम ही जीवन का आधार समय तो निश्चित रूप से लेगा अँगड़ाई, कभी पनपे न कोमल चित्त में कोई विकार ओ मेरी लाडो बिटिया रानी, खिले ऐसा पौधा मन मे तुम्हारे, जाने जो करुणा,सहयोग,अहिंसा और परोपकार जिस आंचल का श्रृंगार हो तुम देवी का होता रहा उसमे दीदार लेखनी ने तो कह दी दिल की, बस कर लेना इसको स्वीकार।। लम्हा लम्हा बीते बरस 14 जिंदगी सिखाती गई हर बार एक दुआ है यही ईश्वर से, खुश रहे तूं और तेरा परिवार तेरे हर संकल्प को मिल जाए सिद्धि हर ख्वाब को हकीकत के हों दीदार