मित्र thought by snehpremchand May 27, 2020 सच्चे मित्र दूर होकर भी,बिन बोले भी,बिन मिले भी सच मे होते है बहुत ही पास, यही खज़ाना ही सबसे बढ़ कर,है धनवान वो सच्चे मित्र है जिस्के पास।। स्नेहप्रेमचंद Read more