*उतराखंड में विराजित हैं बाबा केदारनाथ, है ये चार में से एक धाम* पांडवों ने कौरव भाइयों की हत्या के पाप से बचने हेतु, यहां आराधना का किया था काम। यही से फिर स्वर्ग हेतु, पांडवों ने किया था प्रस्थान शिवरात्रि पर मंदिर के बंद रहते हैं कपाट इस दिन कपाट खुलने की तिथि होती है घोषित, यही परंपरा शिव महिमा सच अति विराट