Skip to main content

Posts

Showing posts with the label धीरे धीरे

ना बढ़ कर आगे आए

पेड़

देखो कहीं

भाग्य विधाता by sneh premchand

पल पल thought by sneh premchand

पल पल हर पल धीरे धीरे, समय की कोख से जाता जाय। कब लेले कौन सी घटना जन्म,ये इंसा को समझ न आय।।

छोड़ thought by snehpremchand

जिनको हम छोड़ देते हैं, धीरे धीरे वे भी हमें छोड़ जाते हैं। कोई भी नाता हो,या कोई भी ताल्लुकात, वे पहले से कहां रह पाते हैं???         Snehpremchand

मां