सच में काबिल ए तारीफ हैं *इनके कर्म और इनके जज़्बात* आप भी जानो,हम भी जाने *ये तो न दिन देखते हैं ना देखते हैं रात* *कर्म ही पूजा हैं* *उच्चारण में नहीं, आचरण में है इनके ये बात* कोई और नहीं हैं, ये हमारा प्यारा हिसार के मतवाले, *अच्छी सोच, कर्म,परिणाम की त्रिवेणी बहाते हैं ये दिन रात*