तूं प्रकाष्ठा प्रेम की January 03, 2022 ओ प्रेम सुता! तूं पर्याय प्रेम का, रहा प्रेम ही तेरे हर रिश्ते का आधार। जिंदगी भले ही छोटी रही तेरी, पर रहा प्रेमभरा संसार।। Read more