स्वर्णिम आभा March 01, 2020 आदित्य की स्वर्णिम आभा, लगता है इन पुष्पों ने ली हो उधारी। हरी घाघरी,पीली चुनरिया, नयनाभिराम दृश्य ने पीड़ा हर ली सारी।। स्नेहप्रेमचंद Read more