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Showing posts with the label प्रकृति

खुश

आता है आनंद मुझे

*आता है आनंद मुझे प्रकृति के इन नजारों में* *रूह तृप्त हो जाती है* क्या लेने जाऊं बाजारों में???

चकराता

हरियाली

हर हाल में खुश रहना

दूर कहीं

कोई सुनामी कोई भूकंप

नयनाभिराम

नम नम