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स्नेह आलिंगन

स्नेह आलिंगन जब किया तेरा लाडो, मेरा मन प्रफुल्लित हो आया। मां की सौंधी खुशबू से ही महकता है मौसी का साया।। तेरी मां के साथ ही थी उस दिन भी, जब तूं धरा पर आई थी। हम सब के चेहरों पर जैसे कायनात मुस्काई थी।। छोटी सी गीत अब लगी करने प्रीत,  एक नए अध्याय की अब हुई शुरुआत। मेरी दुआओं की तो,  तेरे जन्म से मेरे मरण तक,  मिलेगी सदा तुझे सौगात।।